कलंक – अनिल कुमार : Moral Stories in Hindi

Post View 2,928 ” बापु वह कौन हैं..?” ” वह तो माँ हैं बिटीया, देवी माँ।” ” किसकी माँ बापु.?” “हम सबकी माँ मेरी बच्ची।” “क्या वह खाना बनाती हैं..?” अपनी छह साल की बेटी, चकोर की बातें सुनकर हरिया मुस्कुराया।  “नहीं बेटा, यह माँ खाना तो नहीं बनाती पर खाना बनाने के लिए जो … Continue reading कलंक – अनिल कुमार : Moral Stories in Hindi