कैसा हक़ – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi
Post View 7,011 हक़,किस हक़ की बात कर रही हो तुम , हक़ पाने के लिए हक़ जताना भी पड़ता है, हक़ के साथ साथ कुछ जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती है तब जाकर मिलता है । ऐसे हक़ हक़ चिल्लाने से नहीं मिलता हक़ आलोक जी बोले।जाओ तुम यहां से जिससे शादी की है उस … Continue reading कैसा हक़ – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi
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