कहीं मेरी “बहू” भी तो..!! – पूनम गुप्ता
Post View 5,813 अर्चना जब अपनी बीमार “सास” की सेवा बिना कुछ सोचे -समझे दिन-रात करती यह सोच कर कि यदि मम्मी जी की जगह मेरी अपनी “मां” होती तो क्या मैं उन्हें बीमार हालत में छोड़ देती..?” अर्चना की यही सोच उसे उसके ससुराल वालों से बांधे रखती है, धीरे-धीरे आज पूरे घरवाले … Continue reading कहीं मेरी “बहू” भी तो..!! – पूनम गुप्ता
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