जूते या पैर – ऋतु गुप्ता

Post View 799 दस वर्ष का शुभम इस बार अपनी मां से अपने जन्मदिन पर महंगें स्पोर्ट्स शूज दिलाने की जिद कर रहा था। शुभम की मां पारुल उसे समझाती है कि बेटा जितनी चादर हो उतने ही पांव फैलाने चाहिए। वो शुभम से कहती है बेटा जब तुम्हारे पास अभी जूते हैं और वो … Continue reading जूते या पैर – ऋतु गुप्ता