Post View 4,574 आज हरिद्वार से घूमकर एक माह बाद सिद्धेश्वर जी अपनी पत्नी के साथ घर आये। गेट पर ही नेमप्लेट लगी थी…चार्टर्ड एकाउंट रमेन्द्र गोयल। अचानक ये नए रूप में मेन दरवाजे पर देखकर कुछ चुभा। पर वह बोले नही कुछ, अभी तक बाबूजी के देहांत के बाद यह बड़ा सा दुमंजिला घर … Continue reading “जो रिश्ता विपत्ति बांटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बांटने के चक्कर मे बंट जाता है।” – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi
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