जो रिश्ते विपत्ति बाँटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बाँटने के चक्कर में बँट रहे थे – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Post View 4,419 लावण्या अपने कमरे में सो रही थी कहने के बदले कह सकते हैं कि वह आँखें मूँदकर लेटी हुई थी । उसके तीनों बच्चे दूसरे कमरे में बैठकर बातें कर रहे थे उन्हें लगा कि माँ को कुछ सुनाई नहीं देगा इसलिए जोर ज़ोर से अपने विचार एक दूसरे के सामने रख … Continue reading जो रिश्ते विपत्ति बाँटने के लिए बनाया जाता है वह खुद संपत्ति बाँटने के चक्कर में बँट रहे थे – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi