जीने की चाहत  – अनीता चेची

Post View 520 ‘गौरी जल्दी करो 5:00 बज गए, मंदिर पर फिर भीड़ लग जाएगी और हमें स्कूल जाने में दूर हो जाएगी।’ ‘ आती हूॅं बाबा मंजू तुम भी शोर मचा देती हो,  एक घंटे में हम घर वापस आकर स्कूल पहुॅंच जाएंगे  भोलेनाथ पर सबसे पहले जल मैं ही चढ़ाऊॅंगी   ,जरा धीरे … Continue reading जीने की चाहत  – अनीता चेची