जीने का मकसद – वीणा कुमारी : Moral stories in hindi

Post Views: 6 बनारस स्टेशन के एक कोने में बैठ पार्वती काकी ज़ार ज़ार रोए जा रही थी कि तभी पवन की नजर उन पर पड़ी। वह पास जाकर पूछा– क्या हुआ काकी,क्यों इतना रोए जा रहे हो? कुछ खो गया का? रोते रोते ही काकी ने कहा – सब कुछ तो खो ही गया … Continue reading जीने का मकसद – वीणा कुमारी : Moral stories in hindi