“जिम्मेदारी का एहसास”-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4 यह कहानी कोई मनगढ़ंत या काल्पनिक नहीं बल्कि सच्ची घटना पर आधारित है ।कहानी की संवेदनशीलता को देखते हुए ,उनके नाम  बदल दिये गये हैं । पुष्पा—! कब जाना है तुम्हें- मायका—? मैं उस और ही जा रहा हूं सोचा तुमसे पूछ लूं।  रजत मोटरसाइकिल पोछते हुए बोला । शादी के अभी … Continue reading “जिम्मेदारी का एहसास”-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi