“जिम्मेदारी का एहसास”-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi
Post View 86,643 यह कहानी कोई मनगढ़ंत या काल्पनिक नहीं बल्कि सच्ची घटना पर आधारित है ।कहानी की संवेदनशीलता को देखते हुए ,उनके नाम बदल दिये गये हैं । पुष्पा—! कब जाना है तुम्हें- मायका—? मैं उस और ही जा रहा हूं सोचा तुमसे पूछ लूं। रजत मोटरसाइकिल पोछते हुए बोला । शादी के अभी … Continue reading “जिम्मेदारी का एहसास”-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed