“जी भैया जी” – जयसिंह भारद्वाज
Post View 35,917 मकान मालकिन चाची जी से कहते कहते थक गए किन्तु पिछले दस सालों से जब कमरों की पुताई नहीं की गई तो अमृता ने सुझाव दिया कि जब हम रह ही रहे हैं तो क्यों न हम अपने ही पैसों से कमरों की पुताई करा लें! बीस-पच्चीस हजार के अतिरिक्त खर्च को … Continue reading “जी भैया जी” – जयसिंह भारद्वाज
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