झूठी कड़वाहट – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 आंखों की कोर पोंछतीं… सुलेखा जी अचानक जोर से सुबक उठीं… फोन रखकर वहीं जमीन पर धप्प से बैठ… हथेलियों से मुंह ढंक कर आंसू बहाने लगीं…  अभिषेक ड्यूटी को निकल ही रहा था… मां को ऐसे देख हड़बड़ाहट में मां के पास आ गया…” क्या हुआ मां… क्या हो गया… ऐसे … Continue reading झूठी कड़वाहट – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi