झाँसे में आना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi
Post View 116 रमणजी बहुत ही सीधे-सादे इंसान हैं।कुछ दिन पूर्व ही वे जीवन बीमा निगम से अवकाशप्राप्त हुए हैं।उनके बच्चे अच्छी जगह सेटल हैं, इस कारण पिता के पैसों पर उनकी गिद्ध नजर नहीं है।एक दिन रमण जी अपने दोस्त से मिलने जाते हैं।वहाँ उनकी भेंट एक एजेंट से होती है।उस एजेंट ने उनके … Continue reading झाँसे में आना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi
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