जीवन के नए रंग – निभा राजीव “निर्वी”

Post View 9,214 नंदिता सूनी आंखों से अपने पति की हार चढ़ी तस्वीर को अपलक निहार रही थी। मद्यपान के व्यसन ने आखिर उसके पति की जान ले ही ली। कमरे के बाहर सासू मां का उसे बदस्तूर कोसना जारी था..” मेरे तो कर्म ही फूट गए थे जो इस अभागिन को बहू बनाकर ले … Continue reading जीवन के नए रंग – निभा राजीव “निर्वी”