जीतना ही है… – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

Post View 10 महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में निष्णात धावक अनमोल एक कदम पीछे रह गया था। मामूली सा अंतर था। लेकिन वह पाट न सका। हार से सबका मन उदास था। हार, हार होती है।  ” सबकी आकांक्षाओं पर पानी फेर दिया तुमने।” मित्रगण ताना दे रहे थे। ” ओफ्हो! तुम कभी कुछ नहीं कर … Continue reading  जीतना ही है… – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi