झांसी की रानी – पायल माहेश्वरी

Post Views: 223 ” अरे ओ…..महारानी, मेरी झांसी की रानी, जरा तनिक भर के लिए अपने पैर जमीन पर रख लें जब देखो हवा से बातें करती फिरे हैं “…….। दादीजी का बडबडाना निरंतर जारी रहता था, लेकिन शर्मीला हैं कुछ सुनती ही नहीं थी, शर्मीला इस घर के लाड़ले व छोटे पौत्र शुभम की … Continue reading झांसी की रानी – पायल माहेश्वरी