“इज्ज़तदार शब्द की इज्ज़त” – सरोज माहेश्वरी

 इज्ज़त जीवन का वह आभूषण है जिसकी चमक व्यक्तित्व में चार चांद लगा देती है, परन्तु अपने आपको इज्ज़तदार कहने वाले रसूखदार भेडियों की काली अंधेरी रातों की काली कहाऩी जब उनके कुकर्मों का पर्दा खोलती है तब भेड़ के रूप में बैठे भेड़ियों का अपावन चोला उतार फेंकना आवश्यक हो जाता है ।इसी विषय … Continue reading “इज्ज़तदार शब्द की इज्ज़त” – सरोज माहेश्वरी