“इज्जत इंसान की नहीं पैसे की होती है” – अनु अग्रवाल : Short Moral Story for Adults in Hindi
लक्ष्मी निवास में आज सुबह से ही चहल-पहल थी….हो भी क्यों न…. आखिर…घर के इकलौते वारिस चिराग की शादी की तैयारियां जो चल रहीं थीं……….घर मेहमानों से भर चुका था….आज हल्दी का कार्यक्रम था। तभी कामिनी जी(चिराग की माँ) ने सबकी नज़रों से बचकर अपनी भाभी नम्रता को कमरे में चलने का इशारा किया…. “भाभी……..ये … Continue reading “इज्जत इंसान की नहीं पैसे की होती है” – अनु अग्रवाल : Short Moral Story for Adults in Hindi
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