इतना आसान नहीं है उसे भूल पाना – संगीता अग्रवाल
Post View 2,797 ” स्नेहा कहां हो तुम …स्नेहा …!” निकुंज अपनी पत्नी को आवाज लगाता हुआ घर में दाखिल हुआ। ” लो तुम यहां बैठी जाने कहां गुम हो और मैं तुम्हे घर भर में ढूंढ रहा हूं !” निकुंज पत्नी को बालकनी में गुमसुम बैठे देख बोला। ” आ गए आप … मैं … Continue reading इतना आसान नहीं है उसे भूल पाना – संगीता अग्रवाल
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