“इश्क ” एक गुनाह (भाग-4) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Post Views: 5 वो हवेली पहुंचा तो उसका मूड ऑफ हो चुका था। आज तक ऐसा उसके साथ कभी नहीं हुआ था। वो सीधे अपने रूम में चला गया। फूलचंद मानवेंद्र सिंह के पास गया। फूलचंद सब कुछ ठीक रहा?? बड़े सरकार !  हुक्म सा पूरे रास्ते कुछ ना बोले। तुमने कुछ नहीं पूछा। नहीं … Continue reading “इश्क ” एक गुनाह (भाग-4) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi