“ईर्ष्या बनी औजार” –   सीमा वर्मा

Post View 1,770 अंधेरी रात। साढ़े आठ के करीब बिहार प्रांत के किसी शहर के पास किसी कस्बे में जहाँ शाम में ही रात का सन्नाटा पसर जाता है। आवाज आ रही है एक सफेद रंग से पुते चार कमरों वाले घर से। घर की दो बहुएँ हैं हीरा और नीरा जो आपस में सगी … Continue reading “ईर्ष्या बनी औजार” –   सीमा वर्मा