“ईर्ष्या बनी औजार” – सीमा वर्मा
Post Views: 5 अंधेरी रात। साढ़े आठ के करीब बिहार प्रांत के किसी शहर के पास किसी कस्बे में जहाँ शाम में ही रात का सन्नाटा पसर जाता है। आवाज आ रही है एक सफेद रंग से पुते चार कमरों वाले घर से। घर की दो बहुएँ हैं हीरा और नीरा जो आपस में सगी … Continue reading “ईर्ष्या बनी औजार” – सीमा वर्मा
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