इन धोखेबाजों के बीच मेरी बेटी एक पल भी नहीं रहेगी – सविता गोयल
Post View 534 बाहर से आती पैरों की आवाज़ सुनकर कनक ने खिड़की से बाहर झांका। कनक की सहेलियां उसी ओर आ रही थीं। “कनक, चल ना.. हम सब आज पार्क में जा रही हैं…. ,, कनक की सहेलियों ने कनक से भी साथ चलने को कहा… ” नहीं यार, तुम लोग जाओ मैं नहीं … Continue reading इन धोखेबाजों के बीच मेरी बेटी एक पल भी नहीं रहेगी – सविता गोयल
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