हमसफ़र – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 8,878 क़रीब तीन  बरस  बीत गए मृदुल को मेरे जीवन से गए. किंतु मैं तो आज भी उसी मोड़ पर खड़ी हूं, जहां वो मुझे छोड़ कर चला गया था. गहरे अवसाद में चली गई थी मैं. पर किसी के जाने से जीवन रुक नहीं जाता जीना तो पड़ता ही है. द शो … Continue reading हमसफ़र – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi