हम थे जिनके सहारे – कमलेश राणा
Post View 133 आलोक जी के पिता जी की सदर बाज़ार में रेडीमेड कपड़ों की पुश्तैनी दुकान है उन्होंने अपने पिता से व्यापार के गुर सीखकर उनके व्यवसाय को सफलता की नई ऊँचाईयों पर पहुंचाया अब उनका छोटा बेटा बसंत उनके साथ बैठता है। अच्छे संपन्न लोगों में गिनती है उनकी। बसंत के दो … Continue reading हम थे जिनके सहारे – कमलेश राणा
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