हम साथ साथ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post Views: 5 “ कब तक यूँ ही चुपचाप ग़ुस्सा पीते रहोगे…. माना रिश्ता बना कर रहना चाहिए पर ये कैसा व्यवहार है कि बिना गलती तुम सब बर्दाश्त करते रहते हो ।”निकिता अपने पति मयंक को समझाते हुए बोली  “ निकिता पाँच साल से मेरे साथ हो ना….फिर भी तुम्हें समझ नहीं आया मैं … Continue reading हम साथ साथ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi