हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छूटा करते.. पार्ट १ -मीनाक्षी सौरभ

Post Views: 2 बाहर लगातार बारिश गिर रही थी। मानसी को ये बरसते बादल बहुत रिझाते हैं, उसे इनमें ख़ूबसूरती दिखती है,वो कहती है कि बारिश से सब मैल धुल जाता है, साफ़ और सुंदर दिखने लगता है पर मुझे तो लगता है कि ये बरसकर अपने मन का कोई बोझ हल्का करते हैं। इनको … Continue reading हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छूटा करते.. पार्ट १ -मीनाक्षी सौरभ