हरे पत्ते – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi

Post View 826   कामिनी बेटी, जोया की दुल्हन की साड़ी ले आईं, रूक्मिणी देवी ने  कमरे के अंदर से ही आवाज लगाई। मांजी ले तो पहले ही आए थे , मैं और रोशनी पर आज तैयारी के लिए दुकान में दी थी, कामिनी ने कमरे की देहरी पर आते हुए कहा। तो अब जा कर … Continue reading हरे पत्ते – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi