हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती
Post View 1,691 राजा दशरथ जब अपने चारों बेटों की बारात लेकर राजा जनक के द्वार पर पहुंचे तो राजा जनक ने सम्मानपूर्वक बारात का स्वागत किया, तभी दशरथ जी ने आगे बढ़कर जनक जी के चरण छू लिए, चौंककर जनक जी ने दशरथ जी को थाम लिया और कहा महाराज आप बड़े है वरपक्ष … Continue reading हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती
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