हर बार रिश्ता निभाने के लिए झुकना ज़रूरी नहीं है….. – रश्मि प्रकाश
Post View 187 “ नानी तुमने माँ को ऐसा क्यों बना दिया कि वो अपनी ज़िंदगी का इतना बड़ा फ़ैसला भी खुद नहीं ले सकती थी….. घुट घुट कर रहती रही थी पर ना कभी हमें जताया ना तुम सब उसको समझ पाएँ….. आज इस कदर निराश हो गई कि….।” कहते कहते दीया सुबकने लगी. … Continue reading हर बार रिश्ता निभाने के लिए झुकना ज़रूरी नहीं है….. – रश्मि प्रकाश
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