हंसते ज़ख्म – शिप्पी नारंग : Short Stories in Hindi

 गर्मी के मारे गला सूख रहा था इधर उधर नजर दौड़ाई तो एक रेस्टोरेंट नजर आया और मैं लपक कर घुसी और एक जगह खाली पाकर बैठ गई और फिर याद आया सुबह से कुछ खाया नहीं है तो एक नींबू पानी और सैंडविच का ऑर्डर देकर अपना मोबाइल चेक करने लगी तभी एक खुशबू … Continue reading हंसते ज़ख्म – शिप्पी नारंग : Short Stories in Hindi