हाँ, नहीं हूँ मैं एक परफेक्ट हाउस वाइफ –  पल्लवी विनोद

Post View 98,779 क्या करती हो दिन भर, कोई अपना किचन ऐसे रखता है क्या! अरे! देखो पोर्च में कितने जाले लगे हैं। दस दिन के लिए आई मम्मी जी के ताने सुबह से शुरू हैं और मैं कैलेंडर में दिन गिन रही हूँ कि आज से चार दिन और झेलना है इन्हें। मुझे कभी-कभी … Continue reading हाँ, नहीं हूँ मैं एक परफेक्ट हाउस वाइफ –  पल्लवी विनोद