हमेशा बना रहे बेटी का घर – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
Post View 4,599 “बेटी अब से ससुराल ही तेरा घर है अब तो तू यहाँ की मेहमान है “ जैसे ही ये बात सरला ने रोते रोते अपनी बेटी की विदाई के वक़्त कही वही पास में खड़ी सुलोचना जी रोना भूल ग़ुस्से में सरला से बोली,” ये क्या सीखा रही है बहू…कुहू का ये … Continue reading हमेशा बना रहे बेटी का घर – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
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