हमारी अधूरी कहानी – आरती झा आद्या

Post View 1,155 नियति भोर में खिड़की पर खड़ी बिखरी ओस की बूँदें अपनी आँखों में समेट रही थी और सोच रही थी कि कल जिसे उसने मॉल में देखा, क्या वो विवेक ही था। सारी यादें चलचित्र की भाँति उसके सामने आ रही थी। क्या दिन थे वो भी, जब मिली थी विवेक से … Continue reading हमारी अधूरी कहानी – आरती झा आद्या