गुरूर -प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 41 “अरे बहुओं को थोड़ा कंट्रोल में रखना चाहिए नहीं तो घर बिगड़ते देर नहीं लगती….” रामदयाल जी ने अपने छोटे भाई किशनलाल से कहा जिनकी बहू किसी बात से नाराज होकर एक दिन पहले अपने मायके चली गई थी। “अब क्या बताएं राहुल भी तो नहीं कहता कुछ उससे…अब हम भी कब … Continue reading गुरूर -प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi