गुलाबी-स्कूटी – सीमा वर्मा

Post View 931 साथियों इतनी लम्बी जिन्दगी के न जाने कितनी खट्टी-मीठी यादें होगीं। उनमे से एक जो मैं सुनाने जा रही हूँ वो आज भी मेरे दिल के बहुत करीब है। ये कथा करीब २००२ में हमारे शहर की गली-मुहल्ले वाली संस्कृति से जुड़ी है। जहां आज भी विकास की हवा हौले-हौले ही बह … Continue reading गुलाबी-स्कूटी – सीमा वर्मा