गृहप्रवेश (भाग 2) – मंजरी त्रिपाठी

Post View 73,136 अब बहुत हो गया,अब मेरा इस घर में गुजारा मुश्किल है।आप मुझे एक कमरा लेकर दे दो मैं रह लूंगी पर अब इस घर में नहीं रह सकती,लगभग झुंझलाते हुये नताशा मिहिर से बोली। अभी तीन वर्ष पहले ही इस घर में दुल्हन बन कर आई नताशा एक बेटे की माँ बन … Continue reading गृहप्रवेश (भाग 2) – मंजरी त्रिपाठी