घमंड हुआ चकनाचूर – स्नेह ज्योति : moral stories in hindi

Post View 86,409 आज कल्पना अपनी स्कूल की दोस्त बानी से बारह वर्ष उपरांत मिल रही थी । उसका इंतज़ार करते करते कल्पना को अपने पुराने दिन याद आ गए । कैसे हम स्कूल में शैतानियां किया करते थे और बानी उसे आकर हर बार मुसीबत से बचा लिया करती थी । कभी वो बहुत … Continue reading घमंड हुआ चकनाचूर – स्नेह ज्योति : moral stories in hindi