गर्म चाय की प्याली – डा. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi
Post View 2,308 तृप्ति कई दिनों से बहुत अनमनी सी थी। उसको सब कुछ नीरस और बोझिल सा प्रतीत होता था। उसे हरपल ऐसा लगता कि वो कि अब ज़िंदगी में कुछ नहीं बचा है। बच्चे बड़े हो गए हैं अब उनको भी उसकी ज़रूरत नहीं है पति भी अपनी नौकरी में व्यस्त हैं और … Continue reading गर्म चाय की प्याली – डा. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi
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