गरीबी   – विजय कुमारी मौर्य”विजय”

Post Views: 6 चौराहे के बीच गाँधी जी की प्रतिमा के नीचे एक चबूतरे पर गरीब औरत दो बच्चों को लिए बैठी थी। कंकाल सी काया, पेट पीठ में समाया। सुबह का वक्त था, बड़ा बच्चा यही कोई तीन चार साल का और छोटा छ:सात महीने का होगा। बड़ा बच्चा बराबर रोये जा रहा था, … Continue reading गरीबी   – विजय कुमारी मौर्य”विजय”