गाँव वाले बाऊजी  – रवीन्द्र कान्त त्यागी

Post View 22,346 “बाऊजी, आप की गाड़ी शाम चार बजे स्टेशन पर पहुंचेगी। मैं आप को लेने स्टेशन पर आ जाऊंगा।” रितेश ने गाँव से उसके पास शहर आ रहे अपने पिताजी से फोन पर कहा। “क्यूँ, तुम्हारी ड्यूटी नहीं होगी क्या उस दिन। इतनी दूर ऑफिस से सिर्फ मुझे घर तक छोड़ने आओगे।” “जी … Continue reading गाँव वाले बाऊजी  – रवीन्द्र कान्त त्यागी