गंजी अम्मा (संस्मरण) – सुजाता पंत

Post View 249 गंजी अम्मा आई हैं जाओ उनके पैर छूकर आओ” माँ ने धीरे से फुसफुसाते हुए कहा। क्या गंजी अम्मा आ गयी ? स्कूल से वापस घर आते ही यह ख़बर सुनी तो मैं खिल उठी। गंजी अम्मा का आना मतलब घर में भूनी मूंगफली भुने ताल मखाने और और सूखे मेवों का … Continue reading गंजी अम्मा (संस्मरण) – सुजाता पंत