गलती या गुनाह – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post Views: 83 “शायद मेरे ही संस्कारों में कोई कमी रह गई होगी जो तूने ये हरकत की है अगर मुझे पता होता कि,तू पढ़ाई-लिखाई के नाम पर प्रेम की पींगे बढ़ा रही है तो मैं तुम्हें आगे पढ़ने की इजाजत देती ही नहीं तू तो कुल का कलंक बन गई अगर ये बात तेरे … Continue reading गलती या गुनाह – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi