ग्लानि – रेणु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 1,538 दोपहर का खाना पीना निपटा, नौकरानी को घर भेज अंजुरी तनिक कमर सीधी करने लेट गई और कुछ ही देर में वह गहन निद्रा के आगोश में समा गई।  कब न जाने किस अबूझ  अनुभूति वश वह अचानक जाग गई और अपनी आंखों के समक्ष सुदूर बंगाल में रहने वाली अपनी सहोदरा … Continue reading ग्लानि – रेणु गुप्ता : Moral Stories in Hindi