गाल फुलाना – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi

Post View 160 “बहू,लो अब टी वी पर दिखाने लगा, रीचार्ज करना पड़ेगा।आज रात को बंद हो  जाएगा।गज़ब है ये आजकल का डिश सिस्टम।पहले ही ठीक था,हर महीने केबल वाले आकर ले जाते थे पैसा।ये धमकी तो नहीं देते थे,बंद करने की।”शीला जी यह चेतावनी सुना रही थी। निर्मला सुन रही थी,पर रसोईघर साफ करने … Continue reading गाल फुलाना – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi