फूल मुसकराए – देवेंद्र कुमार Moral Stories in Hindi
Post View 2,696 वे दोनों फूलों के पौधे बेचते थे। एक का नाम था रामू और दूसरा था फूलसिंह। दोनों ठेलों में रखकर मोहल्ले में चक्कर लगाते थे। कभी-कभी तो वे साथ-साथ बस्ती में आ पहुँचते थे। तब दोनों में कहासुनी होने लगती थी। कहासुनी होने का कारण था-दोनों के पौधों की बिक्री का कम-ज्यादा … Continue reading फूल मुसकराए – देवेंद्र कुमार Moral Stories in Hindi
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