फैसला – डा.मधु आंधीवाल

Post View 254 सविता जी का मन आज बहुत विचलित था । अन्धेरी रात की तन्हाई में शोचनीय स्थिति में वह खिड़की में खड़ी हुई थी । दोनों बच्चे अपनी अपनी गृहस्थी में फंसे हुये थे । बेटी और बेटा दोनों चाहते थे कि मां रिटायर मैन्ट के बाद उनके साथ रहे पर सविता जी … Continue reading फैसला – डा.मधु आंधीवाल