*फटे में टांग अड़ाना* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 9     हरिया आज फिर मेरे पास आया और फिर पुरानी व्यथा सुनाने लगा कि कैसे उसका भाई और भतीजा उसके जमीन के चक को हड़पने की चाल चल रहे है।मेरी समझ नही आ रहा था कैसे उसकी मदद करूँ?फिर भी मुझे उसकी बात सुन उससे सहानुभूति होती।       एक दिन मैं स्वयं गावँ के … Continue reading *फटे में टांग अड़ाना* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi