ऐसे मर्द से मैं अकेली भली – सरला मेहता

जगत को अपनी रूपवती बेटी की बड़ी चिंता लगी रहती है। जहाँ भी वह जाती जगत एक बॉडी गार्ड की तरह उसके साथ रहता है। उसने पत्नी से अपनी चिंता जताई, ” देख धनिया !  अपनी रूपा अब जवान हो गई है। वह रंगरूप में तेरे से भी दस कदम आगे है। ऊपर से उसकी … Continue reading ऐसे मर्द से मैं अकेली भली – सरला मेहता