ऐसे मर्द से मैं अकेली भली – सरला मेहता
Post View 355 जगत को अपनी रूपवती बेटी की बड़ी चिंता लगी रहती है। जहाँ भी वह जाती जगत एक बॉडी गार्ड की तरह उसके साथ रहता है। उसने पत्नी से अपनी चिंता जताई, ” देख धनिया ! अपनी रूपा अब जवान हो गई है। वह रंगरूप में तेरे से भी दस कदम आगे है। … Continue reading ऐसे मर्द से मैं अकेली भली – सरला मेहता
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