एक़ यादगार सफर – राशि रस्तोगी

Post View 506 ट्रेन में भीड़ होने की वजह से बैठने की जगह भी नहीं मिल रही थी..भीड़ होती भी क्यूँ ना, लोग दिवाली मनाने के लिए अपने अपने पैतृक शहरों में जाने के लिए आतुर जो थे..मैंने देखा मेरा रिजर्वेशन जोकि वेटिंग में था, कन्फर्म ना होने की वजह से कैंसिल हो चुका था.. … Continue reading एक़ यादगार सफर – राशि रस्तोगी