Post View 369 नहर पार के गाॅंव में कालू का सिक्का चलता। उसका सबसे ज्यादा हस्तक्षेप वहां के सरकारी स्कूल में था। वह हमेशा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 10वीं 12वीं कक्षा का सेंटर ले आता ।ताकि वहां धड़ल्ले से नकल हो सके ।कई गैर सरकारी स्कूल भी अपना सेंटर उसी स्कूल को भरते और कालू … Continue reading एक विरोध ऐसा भी – अनीता चेची
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