एक विरोध ऐसा भी – अनीता चेची

Post Views: 7 नहर पार के गाॅंव में कालू का सिक्का चलता। उसका सबसे ज्यादा हस्तक्षेप वहां के सरकारी स्कूल में था।  वह हमेशा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 10वीं 12वीं कक्षा का  सेंटर ले आता ।ताकि वहां धड़ल्ले से नकल हो सके ।कई गैर सरकारी स्कूल भी अपना सेंटर उसी स्कूल को भरते और कालू … Continue reading एक विरोध ऐसा भी – अनीता चेची