एक सैर, जादुई दुनिया की.. – संगीता त्रिपाठी
Post View 243 #जादुई दुनिया.. सुबह -सुबह आँख गुलाब की भीनी खुश्बू से खुली, देखा सुर्ख लाल गुलाब के दो फूल के साथ चाय का कप,सामने बैठे मुस्कुराते पतिदेव… मानों कोई सपना देख रही हूँ, पिछले कई बरस से तो मैंने पति देव को भौं चढ़ाते देखा,मुस्कुराते नहीं । उनको मुस्कुराते किसी ने नहीं … Continue reading एक सैर, जादुई दुनिया की.. – संगीता त्रिपाठी
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